होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर काॅलेज, जडौदा, मुजफ्फरनगर के सभागार में एक पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ आज के मुख्य अतिथि एन्कर एवं प्रशिक्षक साजन बालियान, विश्वजीत राठी, बी0ई0ओ0, डाॅ0 अ0 कीर्तिवर्धन, सुघोष आर्य, अनिल शास्त्री, सदीप, रीटा दहिया एवं प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया द्वारा विद्या दायिनी, हंसा वाहिनी माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्जवलित कर किया गया। मंच का संचालन विकास भार्गव ने किया। पुरातन छात्रों का विद्यालय प्रांगण में भव्य स्वागत किया गया। कार्यक्रम में सम्मिलित हुए पुरातन छात्र एवं छात्राओं ने अपने-अपने अनुभव साझा किये। पुरातन छात्र न्याजूदीन त्यागी ने अपना अनुभव साझा करते हुए बताया कि विद्यार्थी जीवन सीखने का दौर होता है। अतः विद्यार्थी जीवन में प्रत्येक छात्र को अपना 100 प्रतिशत देना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया ने 2004 में विद्यालय रूपी जो एक पौधा लगाया था आज वह विशाल वटवृक्ष बनकर फल-फूल दे रहा है। शिक्षा के क्षेत्र में होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर काॅलेज अद्वितीय भूमिका निभा रहा है। छात्र सन्नी सैनी ने बताया कि जब मैं होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर काॅलेज में पढता था तो वह मेरे जीवन में बदलाव का समय था। वह वो समय था जब बहुत स्कूल खुलते थे लेकिन स्थायित्व नहीं दे पाते थे लेकिन होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर कालेज ने स्थायित्व के साथ-साथ आज वह मुकाम हासिल कर लिया है कि आसपास के क्षेत्र के अभिभावकों को अपने बच्चे का एडमिशन कहां कराये और कहाँ न कराये इस समस्या का समाधान कर दिया है। अभिभावकों का आज होली चाइल्ड पब्लिक इण्टर काॅलेज पर अटूट विश्वास है और यह विश्वास विद्यालय के प्रशासनिक विभाग व शिक्षकगणों की अटूट मेहनत का फल है। तरूणा ने बताया कि हमारे स्कूल को 15 वर्ष पूरे हो चुके है और आज विद्यालय के इस कार्यक्रम में सम्मिलित होकर अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हूँ और जैसा मैं महसूस कर रही हूँ ऐसा ही मेरे समस्त भाई व बहन जो यहाँ उपस्थित है महसूस कर रहे है। भावना उपाध्याय ने बताया कि प्रत्येक छात्र की शुरूआत विद्यालय से ही होती है और विद्यालय ही वह सीढी है जो हमें फर्श से अर्स पर पहुँचाता है तथा महानता की बुनियाद रखता है।
आज के मुख्य अतिथि व वक्ता साजन बालियान ने बताया कि मैं पूरे भारत में लगभग 3500 लाईव शो कर चुका हूँ लेकिन मुझे वैस्ट यू0पी0 का माहौल सबसे अच्छा लगा है यहां हमारी सभ्यता और संस्कार कूट-कूट कर भरे है। उन्होंने बताया कि यदि जीवन में कुछ करना या बनना है तो सबसे पहले अपने आप पर भरोसा करना सीखे और यहां आकर मुझे लगा है कि विद्यालय विद्यार्थियों को शिक्षित करने के साथ-साथ संस्कारित भी कर रहा है जो बहुत जरूरी है।
डाॅ0 अ0 कीर्तिवर्धन, सुघोष आर्य ने भी अपने विचार रखे तथा विश्वजीत राठी खण्ड शिक्षा अधिकारी ने छात्रों से रूबरू होकर बताया कि प्रत्येक विद्यार्थियों को सबसे पहले अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए तथा लक्ष्य के प्रति अति सचेत रहना चाहिए और अच्छे विचार जहां कही से भी मिल ले लेने चाहिए। कार्यक्रम के समापन पर प्रधानाचार्य प्रवेन्द्र दहिया ने कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले सभी पुरातन छात्र व छात्राओं का आभार तथा धन्यवाद किया तथा पुरातन छात्र व छात्राओं का विद्यालय तथा शिक्षकों के प्रति स्नेह तथा सम्मान की भूरी-भूरी प्रशंसा की तथा उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा कार्यक्रम में आये अतिथियों का भी आभार तथा धन्यवाद किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्ट स्टाफ का भरपूर सहयोग रहा।
पुरातन छात्र सम्मेलन का आयोजन